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जयपुर43 मिनट पहले
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जयपुर। ट्रेन में अकेली महिला यात्री के लिए आरपीएफ ने शुरू किया मेरी सहेली अभियान। महिला यात्री से बात करतीं महिला पुलिस अधिकारी।
- महिलाओं की सुरक्षा के लिए उठाया गया कदम
(शिवांग चतुर्वेदी)। अगर आप महिला हैं और आगामी त्यौहारों के लिए अकेले ट्रेन में सफर करने जा रही हैं तो यह खबर आपके काम की है। ऐसा इसलिए क्योंकि रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के डीजीपी अरुण सिंह और उत्तर पश्चिम रेलवे की आईजी अरोमा सिंह ठाकुर ने ट्रेनों में अकेले सफर करने वाली महिला यात्रियों के लिए मेरी सहेली अभियान शुरू किया है।
त्यौहारों पर ट्रेनों में महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए आरपीएफ द्वारा जयपुर, जोधपुर, बीकानेर और अजमेर मंडल में महिला सुरक्षा कर्मियों की एक विशेष टीम का गठन किया गया है जो यात्रा के दौरान उन्हें प्रोटेक्शन देंगी।
मोबाइल नंबर लेंगी और यात्रा के दौरान सावधानियां के बारे में बताएंगी
आरपीएफ जयपुर के आईपीएफ राजकुमार ने बताया कि कमांडेंट एमएम खान के निर्देश पर जयपुर पोस्ट की महिला सब इंस्पेक्टर दीक्षा चौहान को मेरी सहेली टीम का इंचार्ज बनाया गया है। टीम ट्रेन के प्रारंभिक स्टेशन से ही महिला यात्रियों से संपर्क करेगी। उनसे यात्रा की पूरी डिटेल और गंतव्य स्थान की (जहां वो जा रही है) पूरी जानकारी लेंगी।
साथ ही उन्हें ट्रेन में यात्रा के दौरान रखी जाने वाली सावधानियों के बारे में बताएंगी। इसके अलावा रेलवे हैल्पलाइन नंबर 182 के उपयोग के बारे में समझाएंगी। टीम महिला यात्रियों के साथ लगातार संपर्क में बनी रहेगी और ट्रेन के प्रत्येक कोच को एस्कॉर्ट भी करेंगी।
लेकिन महिला सुरक्षाकर्मियों की कमी
जयपुर से अभी करीब 35 ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। हालांकि कोविड से पहले के देखते ट्रेनों की यह संख्या चौथाई ही है, लेकिन रेलवे के पास महिला सुरक्षा कर्मियों की कमी है। जयपुर-दिल्ली रूट पर बांदीकुई, दौसा, खैरथल जैसे स्टेशनों पर तो महिला सुरक्षा कर्मी ही नहीं हैं। ऐसे में सभी ट्रेनों में महिला सुरक्षा कर्मियों को तैनात करना भी रेलवे प्रशासन के समक्ष एक बड़ी चुनौती है।
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