[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Rajasthan
- Jaipur
- Language Suggests That There Is A Pak Government At The Center: Rathore, Heated Debate Between BJP And Congress Leaders In The House
जयपुर4 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

भाजपा के उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों को लेकर सोमवार को विधानसभा में चर्चा के लिए रखे गए संशोधन विधेयकों को लेकर भाजपा ने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा। भाजपा के उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से पेश किए गए संशोधन विधेयक के उद्देश्य व कारणों में केंद्रीय बिल के खिलाफ जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया गया है उसे देखकर लगता है कि केंद्र में पाकिस्तान की सरकार है।
राठौड़ ने बिल पर चर्चा के साथ प्रदेश में कानून व्यवस्था व बेरोजगारी के मुद्दे पर भी गहलोत सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि यह सदन उस वक्त आहूत किया गया जब नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट चीख-चीखकर यह कह रही है कि राजस्थान की कानून व्यवस्था जर्जर हो चुकी है। पिछले साल की तुलना में 24.49 प्रतिशत क्राइम बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री बेरोजगारी की चर्चा कर रहे थे लेकिन सेंट्रल फार मॉनिटरिंग इंडिया की ताजा रिपोर्ट में आया है कि पूरे देश में सर्वाधिक बेरोजगारी 15.3 प्रतिशत राजस्थान में है, यह राजस्थान की तस्वीर है।
राठौड़ ने संशोधन विधेयकों को लेकर सरकार की मंशा पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि सदन में जिन बिलों की चर्चा हो रही है वे सितंबर 2020 में ही लोकसभा व राज्य सभा में पारित होकर राष्ट्रपति से हस्ताक्षरित हो चुके हैं। राठौड़ ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 254 के अनुसार समवर्ती सूची पर कोई कानून बनता है तो केंद्र सरकार की ओर से बनाया गया कानून, विधानसभा द्वारा बनाए गए कानून पर प्रभावी होता है।
राठौड़ ने कहा कि यह संशोधन विधेयक सरकार किसान पर टैक्स लगाने के लिए लाई है। उन्होंने कहा कि पंजाब के बाद देश में राजस्थान में सबसे ज्यादा मंडी टैक्स लागू है। राठौड़ ने कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया से कहा कि केंद्र सरकार जो कृषि कानून लाई है वह कांग्रेस के घोषणा पत्र का भी हिस्सा है। उन्होंने कहा कि यदि आपके पास यह घोषणा पत्र नहीं है तो मुझसे ले लेना।
पटाखों से प्रदूषण तो बकरीद में बलि पर भी रोक लगे: दिलावर

भाजपा नेता मदन दिलावर
राजस्थान में दीपावली पर आतिशबाजी को बैन करने के मुख्यमंत्री गहलोत के फैसले पर सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। भाजपा नेता मदन दिलावर ने सोमवार को विधानसभा के बाहर बयान दिया कि यदि सरकार को आतिशबाजी से प्रदूषण दिखाई देता है तो उन्हें बकरीद पर पर भी रोक लगानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में होने वाले बकरों की बलि से ना केवल दूषित पानी बहता है बल्कि इससे बीमारियों का भी खतरा होता है। भाजपा नेता वासुदेव देवनानी ने कहा कि नगर निगम चुनाव में फायदा लेने के लिए पहले सरकार ने आतिशबाजी रोकने के फैसले को लेकर व्यापारियों को आगाह नहीं किया था इसलिए अब प्रतिबंध लगाने से व्यापारियों का बड़ा नुकसान हुआ है।
वहीं मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि सरकार ने यह फैसला जनहित के मद्देनजर लिया है। उन्होंने कहा कि इससे पहले कभी भी पटाखों पर रोक नहीं लगाई गई थी। जोशी ने कहा ईद पर आतिशबाजी नहीं होती इसलिए हर चीज को धर्म से जोड़ा जाना ठीक नहीं है।
[ad_2]
Source link