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- इसका मकसद कामगारों को उनकी रुचि और कौशल के तहत रोजगार और स्वरोजगार उपलब्ध कराना होगा
- 5 जून को राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा भी राजकौशल पोर्टल और श्रमिक एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज का शुभारंभ किया गया था
दैनिक भास्कर
Jun 20, 2020, 08:20 PM IST
जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुआत की। इसका मकसद कामगारों को उनकी रुचि और कौशल के तहत रोजगार और स्वरोजगार उपलब्ध कराना होगा। इस अभियान के तहत सरकार ने 6 राज्यों के 116 जिलों को चुना गया है। इनमें करीब 88 लाख प्रवासी मजदूर अन्य राज्यों से लौटे हैं। इसमें राजस्थान के 22 जिले शामिल किए गए हैं। गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत साल में 125 दिनों तक रोजगार उपलब्ध कराने की योजना है।
गौरतलब है कि राजस्थान में करीब 10 लाख से ज्यादा प्रवासी राजस्थानी और श्रमिक आए हैं। इनमें से करीब 7.25 लाख लोगों को होम क्वारैंटाइन में रखा गया है। वहीं, 10 हजार संस्थागत क्वारैंटाइन सेंटर्स में करीब 34 हजार लोगों को रखा गया। इन सभी सेंटर्स में खाने-पीने से लेकर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
सीएम गहलोत द्वारा शुरु किया गया श्रमिक एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज
5 जून को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा भी राजकौशल पोर्टल तथा ऑनलाइन श्रमिक एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज का शुभारंभ किया गया था। जिसके जरिए श्रमिकों को उनके कौशल के अनुरूप रोजगार मिल सकेगा। उद्योगों को उनकी जरूरत के मुताबिक श्रमिक उपलब्ध हो सकेंगे।
राजस्थान के 22 जिले शामिल
अभियान में राजस्थान के 22 जिले पाली, उदयपुर, जालौर, सिरोही, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, राजसमंद, चितौड़गढ़, अजमेर, भीलवाड़ा, जोधपुर, बाड़मेर, बीकानेर, नागौर, सीकर, अलवर, करौली, भरतपुर, हनुमानगढ़, झुन्झुनू, चूरू एवं जयपुर शामिल किए गए हैं।
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