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श्रीगंगानगर6 मिनट पहले
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| नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड की ओर से कृषि अनुसंधान केंद्र में एक दिवसीय किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम मंगलवार काे आयोजित किया गया। इसमें श्रीगंगानगर, बीकानेर और हनुमानगढ़ जिलों के 75 किसानों ने भाग लिया। किसानों को कपास की फसल में आने वाली समस्याओं के निदान और कपास की फसल को नवीनतम मशीनों के इस्तेमाल से ज्यादा मुनाफा लिए जाने की विधियों के बारे में कृषि वैज्ञानिकों, एनएफएल व भारतीय कपास निगम के अधिकारियों द्वारा बताया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिलबाग सिंह आंचलिक प्रबंधक चंडीगढ़ और विशिष्ट अतिथि वीएस सांगवान राज्य प्रबंधक राजस्थान ने किसानों को एनएफएल द्वारा दी जाने वाली सेवाओं, खाद, बीज व कीटनाशक आदि के बारे में जानकारी दी।
कृषि वैज्ञानिक डॉ. विजय प्रकाश ने किसानों को कपास की उन्नत किस्मों की जलवायु के हिसाब से सही जानकारी दी और बीटी कपास में उचित फसल प्रबंधन सिखाया। कृषि वैज्ञानिक डॉ. एसके बिश्नोई ने कपास में उचित जल प्रबंधन, फसल की बुवाई का सही समय, कपास की वैज्ञानिक विधि से बुवाई अादि विषयों पर बात की। कृषि वैज्ञानिक डॉ. प्रदीप ने कपास में लगने वाले विभिन्न प्रकार के रोग जैसे जड़ गलन, लिफ़ कर्ल, पैरा विल्ट इत्यादि बीमारियों के लक्षण व उपचार सुझाया। कार्यक्रम के अंत में आंचलिक प्रबंधक व मुख्य महाप्रबंधक सीसीआई ने कपास की वैज्ञानिक विधि द्वारा चुगाई के बारे में प्रशिक्षण दिया और किसानों को कपास चुगने की मशीनों का सजीव प्रदर्शन कर के मशीनों की जानकारी दी गई। सभी 75 किसानों को निशुल्क कपास चुगाई की मशीन वितरित की गई।
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